गुरु

ज्योतिष में, गुरु ग्रह को देवगुरु बृहस्पति माना जाता है और यह ज्ञान, भाग्य, धन, विवाह और संतान का कारक है, जो जीवन में सफलता, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है. गुरु की मजबूत स्थिति से व्यक्ति को ज्ञान, सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है, जबकि कमजोर गुरु से जीवन में चुनौतियाँ आ सकती हैं. गुरु ग्रह का महत्व ज्ञान और शिक्षा, भाग्य और समृद्धि, विवाह और संतान, धार्मिकता और आध्यात्मिक विकास में है. इसके अलावा, गुरु की स्थिति से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है. मजबूत गुरु व्यक्ति को सफलता, मान-सम्मान और धन की प्राप्ति दिलाता है, जबकि कमजोर गुरु को मजबूत करने से जीवन में सुधार लाया जा सकता है. ✨??? आचार्य अविरल जी