वैदिक ज्योतिष आचार्य ऋषिकांत

✨ प्रस्तावना भारत की प्राचीन विद्या, वैदिक ज्योतिष, केवल ग्रह-नक्षत्रों की गणना भर नहीं है, बल्कि यह जीवन को दिशा देने वाली दिव्य विद्या है। इसे ऋषियों ने हजारों वर्ष पहले विकसित किया और आज भी यह उतनी ही प्रासंगिक है। ? वैदिक ज्योतिष क्या है? वैदिक ज्योतिष, जिसे ज्योतिष शास्त्र भी कहा जाता है, व्यक्ति की जन्म कुंडली के आधार पर ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का अध्ययन करता है। जन्म के समय ग्रहों की स्थिति हमारे व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, संबंध, करियर और भाग्य पर गहरा प्रभाव डालती है। ? वैदिक ज्योतिष की मुख्य शाखाएँ 1. जन्म कुंडली (Natal Chart) – जीवन का खाका 2. मुहूर्त ज्योतिष – किसी भी कार्य का शुभ समय जानना 3. प्रश्न कुंडली – मन में उठे प्रश्नों का उत्तर 4. सामूहिक ज्योतिष – देश, समाज या विश्व की घटनाओं का पूर्वानुमान ? वैदिक ज्योतिष के लाभ जीवन की दिशा और उद्देश्य को समझना रिश्तों में सामंजस्य लाना करियर और व्यवसाय के लिए उचित मार्गदर्शन स्वास्थ्य संबंधी संकेत और उपाय ग्रह दोषों के समाधान और शांति ?️ वैदिक ज्योतिष और उपाय जब किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह बाधाएँ आती हैं, तो वैदिक ज्योतिष हमें मंत्र, दान, रत्न धारण, पूजा या साधना जैसे उपाय बताता है। ये उपाय व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं। ? निष्कर्ष वैदिक ज्योतिष केवल भविष्य बताने की विद्या नहीं है, यह जीवन को समझने और सही राह चुनने का दिव्य विज्ञान है। जब आप सही मार्गदर्शन पाते हैं, तो आपकी ऊर्जा, आत्मविश्वास और सफलता कई गुना बढ़ जाती है।